Saturday, February 13, 2016

भारत फिर से गुलाम हो रहा है ..

हम सबको पता है आज़ादी के लिए जो संघर्ष हुए उनमें ना जाने कितने स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण गंवाए है। कई वर्षों के संघर्ष के बाद आज़ाद हुआ ये देश आज फिर से गुलाम हो रहा है ,इस बार गुलामी की अँधेरे में जकड़ने वाले अंग्रेज नहीं अपने लोग ही हैं ,जो शायद भटक चुके हैं। अपने ब्यक्तिगत कामनाओ के चक्कर में ये देश विरोधी नारे लगा रहे हैं ,सवाल ये उठता है की किसी और देश के ज़िंदाबाद नारे लगाने से क्या वो देश आपकी समस्या सुलझा देगा जवाब नहीं ,जो देश चोरी छिपे भारत पर आतंकी हमले करता है क्या वही देश भारत की समस्याएं सुलझा देगा ,अगर घर में कोई मतभेद हो तो उसे आपस में बैठ के सुलझा सकते हैं ,ना की पड़ोसी का आसरा लेकर बैठ जाएँ , उनको मुर्ख ही कहेंगे जो ऐसी आसरा लेकर पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाये जा रहे हैं ,और उनके समर्थन में एक से बढ़कर एक ज्ञानी के चोले पहने  लोग आ रहे हैं ,जो इसे अभिव्यक्ति  की स्वतंत्रता बताकर उनका समर्थन कर रहे हैं । अब इनसे कोई कहे की मैं कल को अगर इनके माँ बहन का अपमान करते हुए ,नारे लगाऊं तो क्या ये समर्थक इसे भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मानकर चुप रहेंगे या मानहानि ठोकेंगे। 

1 comment:

  1. अगर घर में कोई मतभेद हो तो उसे आपस में बैठ के सुलझा सकते हैं ,ना की पड़ोसी का आसरा लेकर बैठ जाएँ , उनको मुर्ख ही कहेंगे जो ऐसी आसरा लेकर पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाये जा रहे हैं.

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